- बच्चे बनाएंगे देश की एजुकेशन पॉलिसी
- स्टूडेंट्स को भरना होगा ऑनलाइन फीडबैक फॉर्म
- असेसमेंट प्रोसेस को लेकर भी मांगी राय
नई दिल्ली : नैशनल एजुकेशन पॉलिसी-2016 तैयार करते समय स्कूलों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स की राय को भी अहमियत दी जाएगी। एचआरडी मिनिस्ट्री के निर्देश के बाद केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 6 से 12वीं क्लास के स्टूडेंट्स के लिए ऑनलाइन फीडबैक फॉर्म तैयार किया है और इस फॉर्म में स्टूडेंट्स से 28 क्वेश्चन पूछे गए हैं। इन सवालों के जरिए स्कूल में इन्फ्रास्ट्रक्चर से लेकर क्लासरूम टीचिंग, कोर्स कंटेंट, असेसमेंट प्रोसेस, एजुकेशन क्वॉलिटी से जुड़े सवाल पूछे गए हैं और स्टूडेंट्स की राय मांगी गई है।
सीबीएसई ने सभी स्कूलों को निर्देश दिया है कि उनके स्कूलों में ज्यादा से ज्यादा स्टूडेंट्स इस फीडबैक फॉर्म को फिल करें। स्टूडेंट्स की राय के बाद सीबीएसई एक डिटेल रिपोर्ट तैयार करेगी और उसे एचआरडी मिनिस्ट्री के पास भेजा जाएगा। 5 अक्टूबर तक यह फॉर्म सब्मिट करना है।
स्किल बेस्ड एजुकेशन पर : जोर ऑनलाइन फीडबैक फॉर्म में 9वीं से 12वीं क्लास तक के स्टूडेंट्स के लिए कुछ खास क्वेश्चन भी तैयार किए गए हैं। जिस तरह से एचआरडी मिनिस्ट्री ने स्किल बेस्ड एजुकेशन को बढ़ावा देने की तैयारी की है, उसी तरह से स्कूल एजुकेशन में भी स्किल बेस्ड कोर्सेज को शामिल किया जाएगा और सीबीएसई के फीडबैक फॉर्म में इसकी झलक भी मिलती है।
स्टूडेंट्स से पूछा गया है कि 12वीं के बाद कौन से करियर ओरिएंटेड वोकेशनल कोर्सेज जॉब दिलाने में मदद कर सकते हैं। ऐसे कोर्सेज की लिस्ट भी फॉर्म में दी गई है, जिनमें हेल्थ ऐंड ब्यूटी स्टडीज, लाइब्रेरी एंड इन्फर्मेशन साइंसेज, ट्रांसपोर्ट एंड
लॉजिस्टिक मैनेजमेंट, बेकरी ऐंड कन्फैक्शनरी, डेयरी साइंस, मैनेजमेंट, हेल्थ केयर साइंसेज, फूड प्रोडक्शन, मेडिकल डायग्नोस्टिक शामिल हैं।
9वीं से 12वीं क्लास के असेसमेंट प्रोसेस को लेकर भी स्टूडेंट्स की राय
मांगी गई है। 9वीं-10वीं क्लास में सीसीई स्कीम है और इस स्कीम में
फोरमैटिव असेसमेंट का खास रोल है। स्टूडेंट्स से फोरमैटिव और समैटिव
असेसमेंट के बारे में पूछा गया है कि इस स्कीम से उन्हें कितना सीखने को
मिल रहा है। थिंकिंग एंड लर्निंग स्किल के बारे में सीबीएसई के प्रोजेक्ट
का भी रिव्यू हो सकता है क्योंकि इससे जुड़े सवाल भी फॉर्म में हैं। स्कूल
में करियर काउंसलिंग मिलती है या नहीं, इसकी जानकारी भी स्टूडेंट्स से
मांगी गई है।