- कोर्स भी बदल सकेंगे
- डीयू छात्र ऑक्सफोर्ड-कैंब्रिज में पढ़ेंगे
मान लीजिए यदि डीयू का फिजिक्स ऑनर्स का छात्र ऑक्सफोर्ड या किसी अन्य
केंद्रीय विश्वविद्यालय में ऐसा विषय पढ़ना चाहता है जो डीयू में नहीं है
तो वहां पढ़ सकेगा। वहां फिजिक्स के कोर्स में उसे जो ग्रेड मिलेंगे उसे
डीयू के ग्रेड सिस्टम में जोड़ा जाएगा।
डीयू
में एक कोर्स से दूसरे कोर्स में दाखिला लेना भी आसान हो जाएगा। मान लीजिए
बीए पास के छात्र को इतिहास ऑनर्स पढ़ना है तो वो बीच में वह कोर्स चुन
सकेगा। अभी छात्र को कोर्स बदलने पर नए सिरे से प्रथम वर्ष में दाखिला लेना
पड़ता है।
डीयू के
छात्र ऑक्सफोर्ड व कैंब्रिज जैसे नामचीन विश्वविद्यालयों समेत तमाम
केंद्रीय विश्वविद्यालयों में मनचाहे कोर्स कर सकेंगे। इन विश्वविद्यालयों
के छात्र भी डीयू में आकर कुछ समय के लिए पढ़ सकेंगे। च्वॉइस बेस्ड क्रेडिट
सिस्टम से ऐसा संभव होगा। इसे अकादमिक परिषद में मंजूरी मिल चुकी है। इस
सत्र से योजना लागू होगी।मानव संसाधन विकास मंत्रलय, विदेशी
विश्वविद्यालयों की तर्ज पर नेशनल क्रेडिट ट्रांसफर सिस्टम लागू करने जा
रहा है।
इस बाबत 14 नवंबर को सभी केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपतियों को इसे लागू करने के निर्देश दिए गए थे। डीयू ने पहल करते हुए इस बाबत सात सदस्यों की कमेटी भी बनाई। इस कोर्स के तीन वर्ग होंगे। कोर, स्किल बेस्ड और इलेक्टिव। हर कोर्स के लिए क्रेडिट दिए जाएंगे। क्रेडिट के आधार पर छात्र दुनिया के किसी भी क्रेडिट सिस्टम वाले संस्थान में कुछ समय पढ़ सकेंगे।
इस बाबत 14 नवंबर को सभी केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपतियों को इसे लागू करने के निर्देश दिए गए थे। डीयू ने पहल करते हुए इस बाबत सात सदस्यों की कमेटी भी बनाई। इस कोर्स के तीन वर्ग होंगे। कोर, स्किल बेस्ड और इलेक्टिव। हर कोर्स के लिए क्रेडिट दिए जाएंगे। क्रेडिट के आधार पर छात्र दुनिया के किसी भी क्रेडिट सिस्टम वाले संस्थान में कुछ समय पढ़ सकेंगे।