तीन साल के जॉर्जी क्रेग के माता-पिता को उम्मीद
नहीं थी कि उनका बेटा कभी चल पाएगा। लेकिन जब उनके बेटे ने खास तरीके के
स्पेस-सूट को पहनकर जिदंगी की ओर कदम बढ़ाए, तो माता-पिता की खुशी का
ठिकाना नहीं रहा। जॉर्जी एक बीमारी के कारण जन्म से ही चल नहीं सकता था और न
ही ठीक से बोल पाता था।
उसकी मां नाओमी जेमिसन और पिता डीन क्रेग ने
इंटरनेट पर अपने बेटे की बीमारी के उपचार पर हुए शोध का अध्ययन किया। तब
उन्हें टेरासूट थैरेपी के बारे में पता चला, जिसे अमेरिका के थैरेपिस्ट
ईजाबेल और रिचर्ड कोसिएनली ने डेवेलप किया था।
इस टेरासूट को 1970 में रूस
में पीली रबर कॉर्ड से बनाया गया था। टेरासूट
को अंतरिक्ष यात्रियों को ध्यान में रखकर बनाया गया था, ताकि अंतरिक्ष में
गुरूत्वाकर्षण की कमी से उनकी मसल्स को नुकसान न हो। अंतरिक्ष में बॉडी को
सही दिशा में चलाने और शारीरिक रूप से नियंत्रित करने में टेरासूट का
प्रयोग किया जाता है।
थैरेपी काम कर गई और जाॅर्जी अब चलने लगा है। जाॅर्जी
के इलाज के लिए धन जुटाने के लिए उसकी परिवार ने ‘गो जाॅर्जी गो’ कैम्पेन
भी शुरू किया है। स्पेस-सूट को सिर्फ अंतरिक्ष यात्री ही नहीं पहनते बल्कि इसका इस्तेमाल एक खास तरह की थैरेपी में भी होता है।