- जल्द ही डॉक्टरों को कैपिटल लेटर्स में लिखनी होगी दवा
डॉक्टर की समझ में न आने वाली लिखावट के चलते पर्चे पर लिखे दवा के नुस्खे का गलत अर्थ निकलने का खतरा अब बीते दिनों की बात हो जाएगा। सरकार डॉक्टरों के लिए अब एक ऐसा मानक तय करने जा रही है जिससे उन्हें दवाई का कोई भी नुस्खा बड़े अक्षरों (कैपिटल लेटर्स) में स्पष्ट लिखना होगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय जल्द ही इस संबंध में अधिसूचना जारी कर सकता है। भारतीय एमसीआई नियमावली के तहत जारी होने वाली इस अधिसूचना में डॉक्टरों को किसी भी दवा का नुस्खा स्पष्ट और समझ में आने वाली लिखावट में लिखना होगा। इसके साथ ही उन्हें पर्चे पर दवा का जेनेरिक नाम लिखना होगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है।
सूत्रों के अनुसार, मंत्रालय द्वारा एक हफ्ते के भीतर इस संबंध में अधिसूचना जारी की जा सकती है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि एक बार दवा का नुस्खा अंग्रेजी के बड़े अक्षरों और स्पष्ट तरीके से लिखने का सीधा लाभ मरीज और दवा विक्रेता को मिलेगा। वह दवा का नाम गलत समझने की दिक्कत से बच सकेंगे।