बिजनौर : यह सामूहिक और सकारात्मक सोच का परिणाम है तो कई अर्थो में स्वच्छता के प्रति संकल्प भी। खुले में शौच जाने पर रोक लगाने को लेकर उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिला स्थित गांव चांदपुर नौआबाद के स्वच्छता दूतों ने एकमत होकर ऐलान कर दिया है कि खुले में शौच जाने वाले परिवार का हुक्का-पानी बंद कर दिया जाएगा।
पिछले दिनों जिला प्रशासन ने खुले में शौच जाने पर पूरी तरह रोक लगाने की पहल की और वह भी जागरूक गांव वालों की शिकायत पर। जिलाधिकारी ने इस पर प्रशासन का पूरा सहयोग देने का ऐलान कर दिया था। पहले चरण में मोहम्मदपुर देवमल ब्लाक के चांदपुर नौआबाद, कच्छपुरा, तैमरपुर दीपा और राघोरामपुर गांव का चयन किया गया। गुरुवार शाम अधिकारियों की टीम इन गांवों में पहुंची और महिला-पुरुष और बच्चों की अलग-अलग टोलियां बनाई गईं। इनमें शामिल सदस्यों को स्वच्छता दूत नाम देकर जिम्मेदारी दी गई कि यदि कोई ग्रामीण खुले में शौच जाता है तो सीटी बजाकर या फिर उसके मुंह पर टार्च की रोशनी मारकर नैतिक रूप से उसे एहसास कराएं कि यह सामाज के प्रति अपराध है।
इसी रणनीति के तहत सीडीओ डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी, डीडीओ एके निगम, डीपीआरओ मनीष कुमार और एडीओ भूपेंद्र कुमार आदि शुक्रवार भोर चांदपुर नौआबाद गांव पहुंचे। यहां स्वच्छता दूतों ने गजब का उत्साह दिखाया। भोर में सीटियां बजने लगीं और हाथों में टार्च लिए ग्रामीण खेतों की ओर चल पड़े। लोगों को खुले में शौच न करने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान दर्जनों ग्रामीणों ने सौगंध खाई कि वह खुले में शौच कदापि नहीं जाएंगे। स्वच्छता दूतों ने सूरज उगते-उगते रैली भी निकाली और लोगों को जागरूक कर अपने साथ जोड़ा।