एक दिन छोड़कर उपवास करने से शरीर से कैलोरी की मात्रा को कम किया जा सकता है। एक अध्ययन में इस बात का खुलासा हुआ है। शोधकर्ता का कहना है कि वैकल्पिक दिन में उपवास करना कैलोरी को नियंत्रित करने के लिए एक सुरक्षित विकल्प हो सकता है। यह अध्ययन जर्नल सेल मेटाबॉलिज्म में प्रकाशित हुआ है। इसमें स्वस्थ लोगों पर वैकल्पिक दिन में उपवास करने का प्रभाव देखा गया, जिसमें कई तरह के स्वास्थ्य लाभ पाए गए।
लोगों पर किया अध्ययन: ऑस्ट्रिया की ग्रेज यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने एक परीक्षण में 60 प्रतिभागियों को शामिल किया, जिनको चार सप्ताह के लिए वैकल्पिक दिन में उपवास करने के लिए कहा गया। इसके बाद वे जितना चाहे खा सकते थे। इसके अलावा शोधकर्ताओं ने 30 लोगों के एक ऐसे समूह का भी अध्ययन किया, जिन्होंने अध्ययन में शामिल होने के लिए पहले से ही छह महीने से ज्यादा समय तक एक सख्त वैकल्पिक दिन पर उपवास का अभ्यास किया था। शोधकर्ताओं ने इनकी तुलना उन लोगों से की, जिन्होंने कभी कोई उपवास नहीं किया था।
उपवास से हुए कई तरह के फायदे: वैकल्पिक दिन पर उपवास करने वाले समूहों की जांच उनकी दीर्घकालिक सुरक्षा को ध्यान में रखकर किया गया। इसमें शोधकर्ताओं ने पाया कि औसतन 12 घंटों के दौरान जब उन्होंने सामान्य रूप से खाना खाया, तो इससे प्रतिभागियों ने कम हुई कुछ कैलोरी को वापस पा लिया गया। शोधकर्ता हैराल्ड सौरिज ने कहा, हालांकि, वे लगभग 35 प्रतिशत की औसत कैलोरी कम करने तक पहुंच गए और वैकल्पिक उपवास के चार सप्ताह के दौरान वजन औसतन 3.5 किलोग्राम कम होता दिखा। वैकल्पिक उपवास करने वाले समूहों में कई तरह के जैविक प्रभाव पाए गए। प्रतिभागियों ने कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम किया और लिपोटॉक्सिक एंड्रॉइड ट्रंक नामक वसा को भी कम किया, जो आमतौर पर बैली फेट की रूप में जानी जाती है।
ग्रेज यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता थॉमस पीबर ने कहा, सख्त वैकल्पिक उपवास करने वालों के लिए अच्छी बात यह है कि उनको अपने भोजन और कैलोरी की मात्रा मापने की जरूरत नहीं है। वैकल्पिक उपवास करने पर अपने आप कैलोरी की मात्रा कम हो जाती है।