कामयाबी : वैज्ञानिकों ने पहला सजीव रोबोट बनाया
जरा सोचिए, आपको रोज-रोज गोली निगलने या इंजेक्शन लगवाने की जरूरत न पड़े और दवा शरीर के अंदर पहुंचकर सारे रोग दूर भगा दे तो कितना अच्छा रहेगा। अमेरिका स्थित वरमॉन्ट यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने आपकी यह ख्वाहिश पूरी कर दी है।
उन्होंने ‘जेनोबोट' नाम का ऐसा सजीव रोबोट बनाया है, जो एक बार शरीर में पहुंचकर न सिर्फ रोग प्रभावित हिस्सों की पहचान करने, कई दिनों तक वहां तय खुराक में दवा की आपूर्ति करने में भी सक्षम होगा।‘जेनोबोट' बनाने के लिए वैज्ञानिकों ने एक जटिल कंप्यूटर एल्गॉरिद्म विकसित किया, जो सूझबूझ से अलग-अलग संरचना ईजाद करने की कूव्वत रखता था।
हृदय कोशिकाओं से मिली चाल: मुख्य शोधकर्ता जोशुआ बोनगार्ड के मुताबिक ‘जेनोबोट' के निर्माण में मुख्य रूप से त्वचा और हृदय की स्टेम कोशिकाओं का सहारा लिया गया। त्वचा कोशिकाओं ने रोबोट को मजबूती तो हृदय कोशिकाओं ने चाल प्रदान की।